कांग्रेस और पाकिस्तान के इरादे एक..; पाक रक्षा मंत्री के बयान पर गृह मंत्री अमित शाह

गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस को भी घेरा

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने हाल ही में ऐसा बयान दे दिया. जिसकी भारत में भी खूब चर्चा हो रही है. पाकिस्तानी रक्षा मंत्री के बयान देने के बाद कांग्रेस भी बीजेपी के निशाने पर आ गई है. दरअसल पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ने हाल ही में कहा कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 और 35A बहाल करने के लिए पाकिस्तान और नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन एक साथ हैं. गृह मंत्री अमित शाह ने इस मुद्दे पर कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का आर्टिकल 370 और 35A पर कांग्रेस और JKNC के समर्थन की बात ने एक बार फिर कांग्रेस को एक्सपोज कर दिया है. इस बयान ने पुनः यह स्पष्ट कर दिया है कि कांग्रेस और पाकिस्तान के इरादे भी एक हैं और एजेंडा भी.

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का आर्टिकल 370 और 35A पर कांग्रेस और JKNC के समर्थन की बात ने एक बार फिर कांग्रेस को एक्सपोज कर दिया है। इस बयान ने पुनः यह स्पष्ट कर दिया है कि कांग्रेस और पाकिस्तान के इरादे भी एक हैं और एजेंडा भी। पिछले कुछ वर्षों से राहुल गाँधी देशवासियों की भावनाओं…

— Amit Shah (@AmitShah) September 19,2024

गृह मंत्री ने साथ ही कहा कि पिछले कुछ वर्षों से राहुल गांधी देशवासियों की भावनाओं को आहत करते हुए हर एक भारत विरोधी ताकतों के साथ खड़े रहे हैं. एयर स्ट्राइक व सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगने हों,या भारतीय सेना के बारे में आपत्तिजनक बातें करना हो,राहुल गांधी की कांग्रेस पार्टी और पाकिस्तान के सुर हमेशा एक रहे हैं और कांग्रेस का हाथ हमेशा देशविरोधी शक्तियों के साथ रहा है. लेकिन,कांग्रेस पार्टी और पाकिस्तान यह भूल जाते हैं कि केंद्र में मोदी सरकार है,इसलिए कश्मीर में न तो आर्टिकल 370 वापस आने वाला है और न ही आतंकवाद.

पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ने क्या कहा

जियो न्यूज पर कैपिटल टॉक शो में पत्रकार हामिद मीर से बात करते हुए पाकिस्तान के रक्षा मंत्री से पूछा गया था कि क्या जम्मू और कश्मीर में अनुच्छेद 370 और 35ए की बहाली के मामले में पाकिस्तान और नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन एकमत है. जिस पर ख्वाजा आसिफ ने जवाब दिया,"बिल्कुल,हमारी भी यही मांग है..." पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ने भी दावा किया कि अगर नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन जम्मू-कश्मीर में सत्ता में आता है तो अनुच्छेद 370 वापस आ सकता है. जिस पर उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि यह संभव है. वर्तमान में,नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस का वहां बहुत बड़ा महत्व है. घाटी की आबादी इस मुद्दे पर बहुत प्रेरित है और मुझे लगता है कि संभावना है कि कॉन्फ्रेंस (नेशनल कॉन्फ्रेंस) सत्ता में आएगी. उन्होंने इसे चुनावी मुद्दा बना दिया है कि जम्मू-कश्मीर का दर्जा बहाल किया जाना चाहिए."

370 पर फारूख और उमर अब्दुल्ला ने क्या कहा

इससे पहले नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता फारूक अब्दुल्ला ने अपनी पार्टी के रुख को दोहराते हुए कहा कि अगर गठबंधन सत्ता में आता है तो निश्चित रूप से विशेष दर्जा बहाल करने की कोशिश करेगा. उन्होंने कहा,"बीजेपी को इसे (अनुच्छेद 370) खत्म करने में कितने साल लगे? ईश्वर की इच्छा से,हम भी इसे बहाल करेंगे. यह (अनुच्छेद 370) जम्मू-कश्मीर के लोगों की धड़कन है. अनुच्छेद 370 और 35 ए को बहाल किया जाएगा." इसी के साथ पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने भी जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 की वापसी की उम्मीद जताई. उन्होंने कहा,"कुछ भी असंभव नहीं है. अगर असंभव होता तो सुप्रीम कोर्ट तीन बार अनुच्छेद 370 के पक्ष में फैसला नहीं सुनाता...अगर आज सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की संविधान पीठ ने अनुच्छेद 370 के खिलाफ फैसला सुनाया है तो क्या यह संभव नहीं है कि कल 7 जजों की संविधान पीठ अनुच्छेद 370 के पक्ष में फैसला सुनाए."