Housing Price Growth: आंकड़ों के अनुसार, इस साल जुलाई-सितंबर में दिल्ली-NCR आवास की औसत कीमतें 32% बढ़कर 11,438 रुपये प्रति वर्ग फीट हो गईं, जो एक साल पहले इसी अवधि में 8,655 रुपये प्रति वर्ग फीट थीं.
Adani Group Stocks: अदाणी ग्रुप द्वारा रद्द किए गए डॉलर बॉन्ड को फिर से शुरू करने पर योजना की खबर से कंपनी के शेयर में जोरदार तेजी. कंपनी फरवरी तक बैंक या प्राइवेट प्लेसमेंट के जरिए $50 करोड़ जुटाने की योजना भी बना रही है.
रिसर्च फर्म Nuvama ने अदाणी पोर्ट्स शेयर (Adani Ports share Price) के लिए 1,960 रुपये का टारगेट प्राइस रखा है, जो मौजूदा लेवल से 63% से अधिक की बढ़ोतरी का संकेत देता है.
केयरएज ने आगे कहा कि अदाणी पोर्ट्स द्वारा GPL में पैसा लगाकर (कंपनी की कैपिटल मैनेजमेंट फिलॉसफी के मुताबिक ही) 64% एक्सटर्नल डेट का प्री-पेमेंट कर दिया गया है.जिससे कंपनी की वित्तीय स्थिति मजबूत हुई है.
अजय सेठ का कहना है कि जुलाई-सितंबर में कमजोर GDP आंकड़ों के बावजूद उन्हें भरोसा है कि वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में इसमें सुधार देखने को मिलेगा.
Stock Market Today: सेंसेक्स के शेयरों में, मारुति, सन फार्मा, अदाणी पोर्ट्स, अल्टाटेक सीमेंट, टाटा मोटर्स, टेक महिंद्रा, एम एंड एम और जेएसडब्ल्यू स्टील टॉप गेनर्स थे.
अब हमास की कमर टुट चुकी है. हमास का शीर्ष नेतृत्व पूरी तरह से समाप्त किया जा चुका है. ऐसे में हमास की ओर से अब इजरायली सेना का ज्यादा प्रतिरोध भी नहीं हो पा रहा है. गाज़ा की लड़ाई समाप्ति की ओर है और अब यह सवाल है कि आखिर गाज़ा का इजरायल क्या करेगा.
सोशल मीडिया पर किए गए पोस्ट के अनुसार, कई यात्रियों ने शिकायत की कि वे घंटों हवाई अड्डे पर फंसे रहे, जिसके बाद कुवैत में भारतीय दूतावास ने ‘गल्फ एयर’ के अधिकारियों के समक्ष इस मामले को उठाया.
न्यूयॉर्क शहर ने पाकिस्तान की सरकारी एयरलाइन कंपनी पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) के स्वामित्व वाले मैनहट्टन लैंडमार्क रूजवेल्ट होटल को किराए पर देने के लिए 220 मिलियन डॉलर देने का वादा किया है. 1,200 से अधिक कमरों वाले इस होटल का उपयोग एक समझौते के तहत तीन वर्षों के लिए बिना दस्तावेज वाले प्रवासियों को ठहराने के लिए किया जा रहा है. इस सौदे से कंगाल पाकिस्तान को कुछ आर्थिक मदद होगी. माना जा रहा है कि इस सौदे से पाकिस्तान के लिए जरूरी राजस्व उत्पन्न होगा और उम्मीद की जा रही है कि इससे उसके वित्तीय सुधार प्रयासों में मदद
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है और अब तनाव में कुछ कमी के आसार दिखने लगे हैं . रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के बयान और अमेरिकी चुनाव का असर युद्ध पर दिखने लगा है. रूस की आक्रामकता और जेलेंस्की के रुख में कुछ बदलाव आने वाले दिनों में शांति का रास्ता दिखा सकते हैं . ऐसा लगने लगा है कि रूस और यूक्रेन के बीच जारी खूनी संघर्ष को रोका जा सकता है. यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने एक बयान में कहा कि वह "शांति प्राप्त करने" के लिए रूसी कब्जे वाले यूक्रेनी क्षेत्र से हक छोड़ने को तैयार हैं. इसका अर्थ साफ है कि रूस जिन इलाकों पर कब्जा कर चुका है उसे यूक्रेन अब छोड़ने को तैयार है. लंदन के द टेलीग्राफ की एक रिपोर्ट के अनुसार, ज़ेलेंस्की ने कहा कि कीव मास्को के साथ युद्धविराम समझौते पर काम करने को तैयार है, लेकिन इसके साथ ही जेलेंस्की ने कुछ शर्तों की बात भी कही है.