नई दिल्ली:
NDTV वर्ल्ड समिट 2024 - 'द इंडिया सेंचुरी' (NDTV World Summit 2024 - The India Century) का सोमवार को आगाज हो गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने इस 2 दिनों के समिट को लॉन्च किया और कीनोट एड्रेस भी दिया. इस समिट में भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे (Dasho Tshering Tobgay)ने भी शिरकत की. भूटान के PM ने इस दौरान कहा कि ये सदी सही मायनों में और हर पैमाने पर भारत की सदी है. दुनिया को भारत की जरूरत है. रूस और यूक्रेन का संकट कोई हल कर सकता है,तो वो पीएम मोदी ही हैं."
जानिए NDTV वर्ल्ड समिट 2024 में भूटान के PM ने और क्या-क्या कहा:-
भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे ने समिट में भारत से जुड़ी अपनी जिंदगी के बारे में कई बातें शेयर कीं. उन्होंने कहा,"मेरे साथी भी इस बात को नहीं जानते हैं कि मेरा जन्म भारत में हुआ था. 1965 में मेरा जन्म कालिंपोंग में हुआ था."तोरबे ने कहा,"यह पश्चिम बंगाल के दार्जीलिंग जिले में स्थित है. कलिंगपोंग 1700 ईस्वी तक सिक्किम का एक हिस्सा था. मेरा परिवार यहां पोस्टेड था. मेरी नर्सरी से 10वीं तक की पढ़ाई भारत में ही हुई थी. मैंने 11 साल तक भारत में पढ़ाई की थी."भूटान के प्रधानमंत्री दाशो शेरिंग तोबगे (Dasho Tshering Tobgay) ने कहा,"भारत की आबादी दुनिया में सबसे बड़ी है. यह तेजी से बढ़ रही है. भारत की आबादी 1.6 बिलियन तक पहुंचने का अनुमान है. भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है. यह 3 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर को पार कर गई है. अगर कोविड नहीं होता,तो भारत की अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर को पार करना चाहिए था."उन्होंने कहा कि सही मायनों में यह भारत की सदी है. आज दुनिया के देश भारत की तरफ देख रहे हैं. भारत ने कई मामलों में वो स्टैंड लिया,जिसे लेने में बाकी देश हिचकते रहे."भूटान के प्रधानमंत्री दाशो शेरिंग ने कहा,"भारत की सबसे बड़ी बात है लीडरशिप और भरोसा. भारतीय न सिर्फ यहां की लीडरशिप में भरोसा कर रहे हैं,बल्कि ग्लोबल साउथ भी भारत की लीडरशिप पर भरोसा कर रहा है."उन्होंने कहा,"ग्लोबल साउथ लीडरशिप के लिए भारत की ओर देख रहा है. वास्तव में अगर कोई देश है,जो आज की समस्याओं को हल कर सकता है,तो वह भारत ही है. दुनिया कोविड महामारी के दौरान भी भारत को एक बाजार के रूप में देख रही थी."भूटान के PM ने NDTV वर्ल्ड समिट 2024 में कहा,"कोविड के दौरान दुनिया के देशों ने वैक्सीन और दवाओं के लिए भारत की ओर देखा. यहां तक कि रूस और यूक्रेन ने भी भारत की मदद ली. अगर कोई व्यक्ति ऐसी समस्याओं को सुलझा सकता है,तो मेरा मानना है कि वह भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं.''रूस और यूक्रेन के बीच दो साल से जारी जंग का जिक्र करते हुए भूटान के PM कहते हैं,"इतिहास कहता है कि जंग से किसी का भला नहीं हुआ. दो साल से जारी इस जंग से दुनिया के देशों को आर्थिक नुकसान हुआ है. सप्लाई चेन पर असर पड़ा है. न जाने कितने लोगों की जान चली गई है. अगर कोई रूस-यूक्रेन का संकट हल कर सकता है,तो वो PM नरेंद्र मोदी ही हैं."भूटान के PM ने कहा,"भारत टेक्नोलॉजी और डिजिटल इकोनॉमी के क्षेत्र में भी तेजी से आगे बढ़ रहा है. PM मोदी ने समिट में डबल AI की बात की. मोदी ने सोलर अलांयस की पहल की. इससे कई देशों को फायदा होगा. रिन्यूएबल एनर्जी के इस प्लेटफॉर्म से बाकी देशों को भी जुड़ना चाहिए. क्लाइमेट चेंज को लेकर भी भारत की पहल काबिलेतारीफ है."उन्होंने कहा,"भारत दुनिया के लिए रोल मॉडल बन रहा है. भारत सही मायनों में लीडरशिप के मामले में आगे बढ़ चुका है."