इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर गाजा से बंदियों की रिहाई के लिए समझौता करने का दबाव है.
यरूशलम:
हमास हमले के पीड़ितों के रिश्तेदार पिछले साल 7 अक्टूबर को हुए हमले के स्मरणोत्सव के दौरान रविवार को इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के भाषण के दौरान चीखने लगे. उन्होंने भाषण के बीच में हंगामा किया.यरूशलम में समारोह के दौरान भाषण देते हुए नेतन्याहू डायस पर स्थिर खड़े रहे,जबकि भीड़ में मौजूद लोगों ने चिल्लाना शुरू कर दिया. इससे एक मिनट से अधिक समय तक भाषण रुका रहा. प्रदर्शनकारियों में से एक ने बार-बार चिल्लाते हुए कहा,"मेरे पिता की हत्या कर दी गई."
नेतन्याहू के प्रशासन पर सार्वजनिक और कूटनीतिक दबाव रहा है कि वे गाजा में अभी भी बंदियों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए कोई समझौता करने के लिए और अधिक प्रयास करें.
#Netanyahu | "Be ashamed of yourself"... Hurtful words from the families of Israeli prisoners of the resistance attack Israeli Prime Minister Benjamin Netanyahu during his speech on the anniversary of Operation Al-Aqsa Flood. pic.twitter.com/uASeLsk1co
— Jerusalem Captive (@JerusalemCapti) October 27,2024इजराइली प्रमुख जासूस डेविड बार्निया रविवार को दोहा जाएंगे. वे वहां गाजा बंधकों की रिहाई के लिए बातचीत फिर से शुरू करने के लिए चर्चा करेंगे.
इस महीने की शुरुआत में हमास नेता याह्या सिनवार की हत्या के बाद शेष बंधकों के परिवारों और कई पश्चिमी नेताओं ने इजरायल सरकार से समझौता कराने का आह्वान किया है.
इजरायली और अमेरिकी अधिकारियों के साथ-साथ कुछ विश्लेषकों ने कहा कि सिनवार गाजा में आतंकवादियों द्वारा अभी भी बंधक बनाए गए 97 बंधकों की रिहाई के लिए एक समझौते में प्रमुख बाधा थे,जिनमें से 34 के बारे में इजरायली सेना का कहना है कि वे मर चुके हैं.
इजराइल में आलोचकों ने नेतन्याहू पर युद्धविराम और बंधकों की रिहाई के लिए मध्यस्थता में बाधा डालने का भी आरोप लगाया है.
इससे पहले रविवार को इजरायल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने कहा कि सैन्य कार्रवाई से देश के युद्ध के लक्ष्य हासिल नहीं होंगे,जिसमें बंधकों को वापस लाना भी शामिल है.
गैलेंट ने हमास हमले की हिब्रू कैलेंडर वर्षगांठ पर एक अलग भाषण में कहा,"सभी लक्ष्य केवल सैन्य अभियानों के माध्यम से हासिल नहीं किए जा सकते... बंधकों को वापस लाने के अपने नैतिक कर्तव्य को पूरा करने के लिए हमें दर्दनाक रियायतें देनी होंगी."
पिछले 7 अक्टूबर को फिलिस्तीनी क्षेत्र में चल रहे युद्ध की शुरुआत करने वाले हमास हमले की हिब्रू कैलेंडर वर्षगांठ पर गैलेंट ने भाषण में उक्त बात कही.