भारत में दोपहिया वाहनों की बिक्री FY 25 में 11 से 14% बढ़ने की उम्मीद

प्रतीकात्मक तस्वीर.

नई दिल्ली:

त्योहारी सीजन (3 अक्टूबर-13 नवंबर) के दौरान दोपहिया वाहनों की खुदरा बिक्री में 14 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि हुई. यह जानकारी सोमवार को जारी एक रिपोर्ट में दी गई.

क्रेडिट रेटिंग एजेंसी आईसीआरए की ओर से दोपहिया वाहन इंडस्ट्री के लिए जारी किए थोक बिक्री आउटलुक में कहा गया कि वित्त वर्ष 25 में इंडस्ट्री की वॉल्यूम ग्रोथ 11 से 14 प्रतिशत रह सकती है. इसकी वजह स्थिर रिप्लेसमेंट मांग और अच्छे मानसून के कारण ग्रामीण मांग का मजबूत होना है.

रिपोर्ट में आगे कहा गया कि त्योहारी सीजन के दौरान यात्री वाहनों की रिटेल बिक्री सालाना आधार पर 6 प्रतिशत बढ़कर 6.5 लाख यूनिट्स रही है. इसकी वजह आकर्षिक डिस्काउंट और अच्छे फाइनेंसिंग के विकल्प होना है.

हालांकि,त्योहारी सीजन में अच्छी खुदरा बिक्री के बावजूद उच्च इन्वेंट्री स्तरों ने थोक वॉल्यूम में वृद्धि को कम कर दिया.

रिपोर्ट में चैनल चेक के आधार पर बताया गया कि विशेषकर अर्धशहरी और ग्रामीण बुकिंग में अच्छी बढ़ोतरी हुई है. इसके साथ फुटफॉल में वृद्धि हुई है. इन्वेंट्री स्तर भी सामान्य स्तरों पर आ गए हैं.

अक्टूबर महीने में देश में कुल दोपहिया वाहनों की बिक्री 14.2 प्रतिशत बढ़कर 21.64 लाख इकाई हो गई,जबकि अक्टूबर 2023 में यह 18.96 लाख इकाई थी.

सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) के ताजा आंकड़ों के अनुसार,कारों और एसयूवी सहित यात्री वाहनों की बिक्री भी अक्टूबर में बढ़कर 3.93 लाख इकाई के अपने उच्चतम मासिक स्तर पर पहुंच गई,जो कि अक्टूबर 2023 के 3.9 लाख इकाई के उच्च आधार आंकड़े से 0.9 प्रतिशत से अधिक है.

बाजार के जानकारों का कहना है कि दोपहिया वाहनों की अधिक बिक्री का मतलब अच्छे मानसून के कारण बेहतर फसल होने से ग्रामीण इलाकों में आय में बढ़ोतरी होना है.

(हेडलाइन के अलावा,इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है,यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)