पुष्पा 2 की स्क्रीनिंग के दौरान भगदड़ में महिला की मौत
नई दिल्ली:
इन बच्चों ने कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा कि जो फिल्म स्टार उन्हें सबसे ज्यादा पसंद है उसी की फिल्म देखने की कोशिश में उनकी मां की मौत हो जाएगी. ये घटना हैदराबाद की है,जहां अल्लू अर्जुन की फिल्म पुष्पा 2 की स्क्रीनिंग के मौके पर मची भगदड़ में इन बच्चों की मां की भी मौत हो गई. मृतक महिला का नाम रेवथी है. रेवथी के बेटे श्रीतेज को अल्लू अर्जुन बेहद पंसद है. पिछली दफा जब अल्लू अर्जुन की फिल्मा पुष्पा रीलिज हुई थी उसे देखने के बाद श्रीतेज अल्लू अर्जुन का फैन बन गया था. अल्लू अर्जुन को लेकर उसकी दीवानगी कुछ ऐसी थी कि उसे आसपास के लोग पुष्पा कहकर बुलाने लगे थे.
कुछ दिन पहले जब श्रीतेज को पता चला कि उसके पसंदीदा अभिनेता की पुष्पा 2 पांच दिसंबर को रीलिज होने वाली है और उसकी स्क्रीनिंग के दौरान खुद अल्लू अर्जुन मौजूद रहने वाले हैं तो उसने अपने माता-पिता (रेवती और मोगदमपल्ली भास्कर) से उस स्क्रीनिंग में जाने की बात कही. रेवती और भास्कर इसके लिए मान गए.लेकिन रेवती और भास्कर ने कभी सोचा नहीं होगा कि इस फिल्म की स्क्रीनिंग में जाना उन्हें कितना बड़ा दुख दे सकता है.
भीड़ के अनियंत्रित होने से हुआ था हादसाइस घटना को याद करते हुए भास्कर ने टाइम्स ऑफि इंडिया से कहा कि फिल्म की स्क्रीनिंग के दौरान जबरदस्त भीड़ थी. भीड़ ज्यादा होने की वजह से हमने ये फैसला किया था कि हम अपनी बेटी को पास में ही अपने रिश्तेदार के यहां छोड़ कर आते हैं. इसलिए मैं रेवती और बेटे को वहीं पर छोड़कर बेटी को रिश्तेदार के यहां पहुंचाने के लिए चला गया. लेकिन जब मैं लौट कर आया तो रेवती और मेरा बेटा उस जगह पर नहीं थे जहां मैं उनको छोड़कर गया था.
उसने कहा था वो थिएटर के अंदर है
भास्कर ने आगे बताया कि जब मैंने अपनी पत्नी और बेटे को उस जगह पर नहीं पाया तो मैंने उन्हें कॉल किया. फोन मेरी पत्नी रेवती ने उठाया और उसने बताया कि मैं अब थिएटर के अंदर जा चुकी हूं. यहां भीड़ बहुत ज्यादा है. ये मेरी और उसकी आखिरी बातचीत थी. इसके बाद में मुझे वो नहीं मिली है. और थोड़ी देर बाद ही भगदड़ मचने की खबर सामने आई. मैं अपनी पत्नी और बेटे को ढूंढ़ रहा था लेकिन कोई कहीं नहीं दिखा.
पुलिस ने बताया पत्नी की हो गई है मौत
भास्कर ने बताया कि इस घटना के बाद न्यूज चैनल्स पर भगदड़ के वीडियो दिखाए जाने लगे. इन्हीं में से एक वीडियो में मुझे मेरा बेटा श्रेतेज किसी अंजान शख्स के हाथ में दिखा,वो शख्स श्रीतेज को उठाकर कहीं ले जा रहा था. तब तक मुझे रेवती कहीं नहीं दिख रही थी. बाद में जब मैंने पास के पुलिस स्टेशन में जाकर पूछताछ की तो पता चला कि मेरी पत्नी की इस भगदड़ में मौत हो चुकी है जबकि मेरा बेटा गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती है.
'उसने बचाई थी मेरी जान,अब वो ही छोड़कर चली गई'
भास्कर,रेवती का जिक्र करते हुए भावुक हो जाते हैं. वो कहते हैं कि पिछले साल की ही बात है जब रेवती ने अपने लीवर का कुछ हिस्सा मुझे डोनेट करके मेरी जान बचाई थी. उसकी वजह से ही आज मैं जिंदा हूं लेकिन अब वो मुझे अकेला छोड़कर हमसे इतना दूर चली गई है.