ट्रंप के दावे पर भारत का जवाब.
नई दिल्ली:
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आखिर क्या करने की कोशिश कर रहे हैं? ये सवाल इसलिए क्यों कि उन्होंने दावा किया था भारत टैरिफ कटौती पर राजी हो गया है. वहीं भारत का कहना है कि अब तक ऐसा कोई समझौता हुआ ही नहीं. दरअसल ट्रंप ने पिछले दिनों दावा किया था कि भारत टैरिफ कटौती (India-US Tariff Issue) पर सहमत हो गया है. जब कि भारत का कहना है कि इस मुद्दे पर अमेरिका संग अब तक कोई समझौता नहीं हुआ है,दोनों देशों के बीच बातचीत चल रही है. ट्रंप के दावे के दो दिन बाद भारत सरकार ने सोमवार को संसदीय पैनल को ये बात बताई. सरकार ने कहा कि व्यापार शुल्क को लेकर कोई समझौता नहीं हुआ है. इस मुद्दे के हल के लिए सितंबर तक का समय मांगा गया है.बता दें कि पिछले दिनों ट्रंप ने 2 अप्रैल से टैरिफ लागू करने की धमकी दी थी.
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"टैरिफ कटौती पर अब तक कोई समझौता नहीं"
वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने विदेश मामलों की संसदीय स्थायी समिति को बताया कि भारत-अमेरिका के बीच टैरिफ को बहुत कम करने को लेकर अब तक कोई समझौता नहीं हुआ है. दोनों ही द्विपक्षीय व्यापार समझौते की दिशा में काम कर रहे हैं. सिर्फ तत्काल टैरिफ के मुद्दे पर ही नहीं दीर्घकालिक व्यापार सहयोग पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है.वहीं समिति के कई सदस्यों ने ट्रंप के उस दावे पर चिंता जाहिर की,जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत टैरिफ घटाने को राजी हो गया है. असदुद्दीन ओवैसी,कांग्रेस के दीपेंद्र हुड्डा और टीएमसी की सागरिका घोष जैसे कुछ विपक्षी सांसदों ने इसे लेकर सवाल पूछे. जिस पर सुनील बर्थवाल ने कहा कि किसी को भी ट्रंप के दावों और मीडिया रिपोर्टों पर भरोसा नहीं करना चाहिए,क्यों कि दोनों ही देशों के बीच समझौते पर बातचीत अभी भी जारी है.उन्होंने संसदीय समिति को बताया कि भारत ने अमेरिका के साथ व्यापार शुल्क के मोर्चे पर किसी भी तरह की प्रतिबद्धता नहीं जताई है.