Flipkart Monopoly Case: फ्लिपकार्ट की ओर से पेश वकील ने कहा कि उनका ऑनलाइन प्लेटफॉर्म छोटे व्यापारियों को देशभर में अपने प्रोडक्ट्स बेचने का मौका देता है.
नई दिल्ली:
ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार,20 मई को कहा कि फ्लिपकार्ट को मोनोपॉली (Flipkart Monopoly Case) यानी बाजार पर एकाधिकार बनाने के लिए जाना जाता है. कोर्ट ने यह भी कहा कि ऐसी बड़ी कंपनियों के बढ़ते प्रभाव से छोटे कारोबारियों का भविष्य खतरे में पड़ सकता है.
CCI जांच का मामला
ये टिप्पणी नेशनल कंपनी लॉ अपीलीय ट्रिब्यूनल (NCLAT) के उस आदेश को लेकर आई है,जिसमें फ्लिपकार्ट पर अपनी ताकत का गलत इस्तेमाल करने के आरोपों की CCI (भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग) से जांच करने को कहा गया था. कोर्ट ने इस मामले में मदद के लिए एक न्यायमित्र (Amicus Curiae) की नियुक्ति भी की है.इस केस की शिकायत अखिल भारतीय ऑनलाइन विक्रेता संघ (AIOVA) ने की थी,लेकिन अब कोर्ट में AIOVA का कोई प्रतिनिधि नहीं मिला. उसके वकील ने बताया कि शायद संगठन अब अस्तित्व में नहीं है या भंग हो चुका है.