Stock Market Updates: टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) के मजबूत तीसरी तिमाही के नतीजों के बाद आईटी सेक्टर में खरीदारी देखी गई. आईटी सेक्टर 2 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़त के साथ कारोबार कर रहा था.
Upcoming Mercedes-Benz Cars: मर्सिडीज-बेंज ने बीते साल 2024 में एफ1 हाइब्रिड टेक्नोलॉजी से लैस अपना नया 'एएमजी सी 63 एस ई परफोर्मेंस' मॉडल लॉन्च किया, जिसकी कीमत 1.95 करोड़ रुपये है.
AI Impact on Jobs: ब्लूमबर्ग इंटेलिजेंस के अनुसार, अगले तीन से पांच सालों में प्रमुख वॉल स्ट्रीट बैंकों द्वारा 200,000 नौकरियों में कटौती (Job Cuts) की जा सकती हैं.
Budget 2025 LPG subsidy: घरेलू एलपीजी की कीमतें नौ मार्च, 2024 से अपरिवर्तित बनी हुई हैं. आम चुनावों की घोषणा से ठीक पहले 14.2 किलोग्राम के सिलेंडर का दाम 100 रुपये घटाया गया था.
Adani Total Gas Share Price: अदाणी टोटल गैस को 16 जनवरी 2025 से घरेलू गैस एलोकेशन में 20% की बढ़ोतरी मिली है. इस खबर के बाद कंपनी के शेयरों में शुरुआती कारोबार में 2% से ज्यादा की तेजी दर्ज की गई.
Adani Wilmar OFS: अदाणी विल्मर की दूसरी तिमाही में सालाना आधार पर 16% की डबल-डिजिट रेवेन्यू ग्रोथ हुई थी. कंपनी ने बताया था कि दूसरी तिमाही में रेवेन्यू ग्रोथ एडिबल ऑयल एंड फूड बिजनेस की वजह से हुई थी.
जमीन-मकान के विकास से जुड़ी आशियाना हाउसिंग लिमिटेड ने जयपुर में प्रीमियम खंड की अपनी आवासीय परियोजना आशियाना एकांश के अंतिम चरण को पेश किया है. कंपनी ने बृहस्पतिवार को एक बयान में कहा कि उसे इसके लिए अच्छी प्रतिक्रिया मिली है. पहले दिन ही कंपनी ने जयपुर के मानसरोवर एक्सटेंशन में स्थित आशियाना एकांश के 110 मकान की बिक्री से 106 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त किया.
Demat Account in India: पिछले 10 वर्षों में डीमैट अकाउंट की संख्या में जबरदस्त उछाल दर्ज किया गया है. देश में अगस्त 2024 तक 17.10 करोड़ से अधिक डीमैट अकाउंट खोले जा चुके थे. जबकि वित्त वर्ष 2014 में डीमैट अकाउंट की यह संख्या 2.3 करोड़ थी.
MSME Loan Scheme 2025: वित्त मंत्री ने 2024-25 के बजट में बताया था कि यह योजना एमएसएमई को मशीनरी और उपकरण खरीदने के लिए बिना गारंटी के टर्म लोन की सुविधा प्रदान करेगी. इस योजना के तहत हर आवेदक को 100 करोड़ रुपये तक की गारंटी का कवर दिया जाएगा, जबकि लोन की राशि इससे अधिक भी हो सकती है.
Private Equity Investments in India: एशिया-प्रशांत क्षेत्र में भारत फाइनेंशियल स्पॉन्सर एक्टिविटी के लिए एक टॉप मार्केट बना हुआ है. इस क्षेत्र में हुए कुल इक्विटी निवेश का 28% हिस्सा भारत में रहा, जो पिछले साल के 15% से काफी अधिक है.