लंबे समय से वाराणसी में मंडलायुक्त के रूप में तैनात आईएएस कौशल राज शर्मा को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सचिव नियुक्त किया गया है.
अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस अपनी चार दिन की भारत यात्रा पर सोमवार को परिवार सहित भारत पहुंचे. वहीं राहुल गांधी के अमेरिकी दौरे के दौरान एक बयान पर देश में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया. आइए जानते हैं दिनभर की 25 बड़ी खबरों के बारे में.
एक लेबनानी सुरक्षा सूत्र ने बताया कि मृतक हारौफ शहर का निवासी हिजबुल्ला सदस्य हुसैन नस्र था. साथ ही उसने यह भी बताया कि हमले में एक अन्य व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हुआ है.
जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने दिल्ली पहुंचने में हुई देरी के लिए एयरपोर्ट प्रबंधन पर नाराजगी जाहिर की थी. उनकी नाराजगी पर दिल्ली एयरपोर्ट प्रबंधन ने भी अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कारण बताया है.
सरकार ने कहा, वाहनों में उपयोग होने वाली सीएनजी और घरों में खाना बनाने के लिए उपयोग होने वाली पीएनजी की उपलब्धता बनाए रखने और उन्हें किफायती बनाने के लिए पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने घरेलू गैस आवंटन नीति को शुरू किया है.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा है कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर लगातार हो रहे अत्याचार और भबेश रॉय की हत्या इस बात का प्रमाण है कि प्रधानमंत्री की कूटनीतिक पहल निष्फल रही है. पिछले दो महीनों में हिंदू समुदाय पर 76 हमले हो चुके हैं, जिनमें 23 लोग मारे गए हैं. ये आंकड़े सरकार के ही संसद में दिए गए उत्तर से लिए गए हैं.
US Tariff Relief: अमेरिका की टैरिफ पॉलिसी में नरमी के संकेत और ग्लोबल मार्केट की मजबूती ने भारतीय शेयर बाजार को जबरदस्त सपोर्ट दिया है. आने वाले दिनों में अगर यह रुख बना रहा, तो निवेशकों को और भी फायदा हो सकता है.
अमेरिका में लॉरेंस बिश्नोई के छोटे भाई अनमोल बिश्नोई को फरवरी में हिरासत में लिया गया था. हाल ही में तहव्वुर को भारत को सौंप दिया गया. अब हैप्पी पासिया को पकड़ा गया है. उन अपराधियों के बारे में जानिए जो विदेश में बैठकर आपराधिक गतिविधियों को धड़ल्ले से अंजाम दे रहे हैं.
डाउनडिटेक्टर के मुताबिक जिन शहरों में वोडाफोन आइडिया के यूजर्स को सबसे ज्यादा पेरशानी हो रही है उनमें नई दिल्ली, दिल्ली, गुरुग्राम, मुंबई, फरीदाबाद, नोएडा, गाजियाबाद औऱ पुणे जैसे शहर शामिल हैं.
Robert Vadra Haryana Land Scam Case: शिकायतकर्ता का दावा है कि इस पूरे खेल का मकसद वाड्रा और डीएलएफ को फायदा पहुंचाना था. यहां तक कि ओंकारेश्वर प्रॉपर्टीज को चेक से पेमेंट दिखाया गया, लेकिन वो चेक कभी जमा ही नहीं हुआ , जिससे संदेह और बढ़ गया.